पन्ने, उन पर लिपटी चंद पंक्तियाँ, मतलब बेमतलब की
झूझती हुई, मतलब के लिए लडती हुई
और पीछे खड़ी परछाई,
लिखने वाले की
लिखने वाले की
लिखता इंसान है या दिल या दिमाक या कला
सुनती हवाएं हैं, या आकांशाए , मतलब बेमतलब की
मैं कुछ कहूँ और हवाओं पे तैरते हुए तुझ तक पहुंच जाएँ
बातें, मतलब बेमतलब की
सार्थक सृजन , बधाई.
ReplyDeleteकृपया मेरे ब्लॉग"meri kavitayen" की नवीनतम पोस्ट पर भी पधारें , आभारी होऊंगा.
जी ज़रूर :)
Deletenow this is something interesting..:)
ReplyDeleteशुक्रिया :)
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