क्या खेल है यह दिल का
खेल ही तो है यह
दिल बिकता है यहाँ
बोली भी लगती है बकायदा
बातों के पुल बनते ढहते हैं यहाँ
दिल टूटता है यहाँ
फिर भी किसी का गिरेबान पकड़ के
कोई कुछ नहीं कह सकता यहाँ
अजीब हालात है यहाँ
फिर भी सबकी तलाश
ज़ारी है यहाँ
ज़ारी है यहाँ
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